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अप्रैल, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

My Daily Routine

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शाम को चाय की दुकान पर जाना एक सिगरेट जलना किसी को भी चार गलियां देना वापस घर आना ऑफिस के काम के नाम पर मोबाइल चलाना खाना खाना फिर रात भर ऑफिस के काम के नाम पर मोबाइल चलाना और ठीक सुबह 4 बजे सो जाना तो ये है मेरा डेली का रूटीन "यार वो अच्छी है बीच वाली अनुरोध तेरे लिए तो वो साइड वाली सही रहेगी न तेरे कलर और हाइट से मैच कर रही है।" "ओये तुझे पता है मेरे ऑफिस मे एक नई लड़की आयी है भाई, एक दम awesome है यॉर" "अरे उसका जरूर बॉयफ्रेंड होगा तू शर्त लगा ले" "अबे तुझे पता है हमारे ऑफिस मे एक चोमू लड़का है बॉस की दुम बन के फिरता है BC हर बात बता देता है" "यार अनुरोध का अच्छा है wfh करता 2 घंटे काम करता है बस और सैलरी पूरी लेता है" "इंस्टाग्राम पर एक लड़की मिली मैने उसको मैसेज किया पता उसने तुरंत रिप्लाई भी किया अब देखियो तू कैसे उसका नंबर मांगता हूँ" "अबे तुम सब बेकार हो अनुरोध एक बात बता यार मै सोच रहा हूँ अपना youtube चैनल start कर दूँ" "अबे कुछ नहीं है youtube मे अब बहुत कम्पटीशन है" "यार कुछ बता ना जिससे अच्छी

ये तो अपशगुन है

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  "अरे इनको कहीं छोड़ के आ जाओ अपशगुन फैलाएंगी यें" मेरी मम्मी ने जोर से चिल्ला कर दीदी को बोला, दीदी ने लगभग रोते हुए बोला "अरे कुछ नहीं होता मम्मी सब अन्धविश्वाश होता है ये तो छोटी बच्चियाँ हैं" मेरी दीदी बहुत ही इमोशनल है और मुझसे बहुत अलग अगर उससे कोई ऊँची आवाज मे बात कर ले तो वो रो जाती है अगर उसके किसी करीबी को चोट लग जाये तो वो रो जाती है मुझे याद है जब बचपन मे बाइक से jump करते हुए मुझे चोट लग गयी थी और उस हालत मैं घर आया था तो दीदी तो देखते ही रो पड़ी थी अब मैने बाइक से क्यों jump लगायी इसकी बात कभी और करेंगे। तो कुछ ऐसी है मेरी दीदी हां हमें कभी कभी बहुत गुस्सा आता है उसके ऊपर लेकिन फिर प्यार भी बहुत आता है। तो हमारे घर थी तीन छोटी बच्चियाँ जिनको मम्मी घर से निकालना चाहती थी क्योंकि मम्मी का मानना था ये अपशगुन फैलाएंगी और दीदी घर मे रखना चाहती थी। वैसे इन तीनों को इनकी माँ ही हमारे घर छोड़ कर गयी थी न जाने किसके सहारे acctully हुआ कुछ ऐसा था एक दिन एक बिल्ली हमारे घर के सामने अपने तीन बच्चों को लेकर आयी और वो कुछ दिनों तक वहीँ अपने बच्चों के साथ सोती रहती और

अरदास

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मुझे माफ़ कर दीजियेगा हुज़ूर मैं आपकी ज़िंदगी अपने नाम करने का ख्वाब रखता हूँ मैं आपकी बेटी से प्यार करता हूँ मुझे यकीं है मुझ पर भरोसा करना आपके लिए मुश्किल होगा अपनी ज़िंदगी की किलकारी को मेरे दिल की धड़कन बनाना आपको ना मंजूर होगा लेकिन उम्मीद है मुझे अपनी परवरिश पर आपको भी विश्वास होगा  उसको भी मेरे ऊपर विश्वास होगा उस विश्वास की आस पर  मैं आपसे ये बात कहता हूँ मैं आपकी बेटी से प्यार करता हूँ उसका मुझ पर विश्वास करना आसान नहीं था उसके हज़ारों इंतिहानो को पार करना मेरे लिए आसान नहीं था उसको इतना काबिल बनाने के लिए आपको सलाम करता हूँ  मुझे माफ़ कीजियेगा आज मैं आपसे ये बात कहता हूँ लेकिन मैं आपकी बेटी से प्यार करता हूँ माफ़ कीजियेगा शायद आपके जितना उसको मै खुश रख नहीं सकता पर शायद अब उसके बिना अब मै रह भी नहीं सकता आपकी उम्र भर की पूंजी की मांग करता हूँ मुझे माफ़ कीजियेगा आज मैं आपसे ये बात कहता हूँ लेकिन मैं आपकी बेटी से प्यार करता हूँ

तस्वीर

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ना बेवफा हम थे ना बेवफाई उन्होंने ने की थी एक तस्वीर ने सारा जायका बदल दिया हम गुड़ बनने आये थे उनकी ज़िंदगी में पथर समझ कर उन्होंने हमको फेक दिया खता हम बस इतनी कर बैठे थे कुछ ज्यादा ही सोच बैठे थे  हमको मोहब्बत है सबको बताने लगे थे जिसको बताना था उसी से छुपाने लगे थे हम खुद को चाहते चाहते उनको चाहने लगे थे उनको शायद चिपकू से नजर आने लगे थे क्या उनको इसका इल्म ना हुआ क्यों हम उनके करीब आने लगे थे हमसे मिल कर हमारी आँखे पढ़ी तो होंगी उन्होंने होंठो का हकलाना भी देखा होगा उन्होंने उनसे मिलने के लाखों बहाने हमने जो बनाये यकीं हैं हमें उनको समझा तो होगा उन्होंने अरे चाय का नशा तो दुनिया करती है दो कप चाय के बहाने नशा किया था हमने लम्बी थोड़ी हमारी उनसे मुलाकातें हो जायें इसीलिए दूर की दुकान को चुना था हमने कहानी का सारा उन्होंने अंत कर दिया हमारी ख्वाबों की गाड़ी का इंजन बंद कर दिया कोल्ड कॉफी का स्ट्रॉ हमारे मुँह मे डाल एक तस्वीर दिखा हमारा मुँह बंद कर दिया