मुहब्बत



मुहब्बत लिखता हूँ,  पर की नहीं मुहब्बत
मैने कभी
मुहब्बत पढता हूँ, पर जी नहीं मुहब्बत
मैने कभी
मिलते हैं हंसो के जोड़े राहों में
कोई बताऐ यही होती है मुहब्बत
क्योंकि की नहीं मुहब्बत
मैने अभी|
(अनु)

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