तू नारी है


 

तेरे रंग से फर्क किसको पड़ता

तू हर रंग में प्यारी है

तू गोरी, तू सावँरी, तू नारी है।

इस धरा के हर बीज की तू क्यारी है।

गर्व कर तू खुद पर, तू नारी है।

किसने कहा तू बेचारी है

हर संस्कृति तेरी आभारी है।

तू कोई बोझ नहीं तू नारी है।

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