Mera Unexpected Breakup | Hindi Story

फिर चला गया वो, बहुत सुंदरता से उसने हमको मनाया था और हम भी बस मान गए। आपने लोगो को कुछ मांगने के लिए मानते हुए देखा होगा पर मेरा यकीन करो उन्होंने हमे जाने के लिए मनाया है फिर कभी लौट कर ना आने के लिए। 

तो  ये वो हैं जो हमारे दिल के करीब रहते हैं, नाम है उनका निधि शास्त्री।

हाँ ये वहीं निधि शास्त्री है। जो हमारे गले मे हाथ डालने मे संकोच नहीं करती थी दुनियादारी से दूर खुद में ही रहती थी और आज...... आज जब हमने आखिरी मुलाकात मे दो कदम आगे बढ़ कर उनसे मिलना चाहा तो वो चार कदम पीछे हट गयी। उनकी इस बात ने हमे असमंजस मे डाल दिया, एक सप्ताह मे ये लड़की इतना कैसे बदल गयी।

जाते हुए उन्होंने बहुत ही खूबसूरती से बोला You know anurodh I can't forget that moment which you have created for me. It will be great if we meet again and create that moment together. Take care Good Bye.


बस ये कह वो कुछ ऐसे गायब हो गयी जैसे वो थी ही नहीं, हमे वक्त ही नहीं मिला कुछ कहने का कुछ सुनने का, हम बस ये सोच रहे थे अभी हुआ है कुछ तो हुआ है और जो हुआ है बहुत बुरा हुआ लेकिन क्या हुआ,

अरे ये वही है न जो बाबा विश्वनाथ के पास जबरदस्ती हमे ले जाकर हमसे पूजा करने को कहती थीऔर प्रार्थना कर उनको मांगने के लिए कहती थी।

आज हम सोच रहे हैं क्या बाबा विश्वनाथ को हमारी पूजा पसंद नहीं आयी? या वो पंडिताइन ही ठग निकली।

ये सोचते हुए हम इतने बेचैन हो गए की बस अपने घर की ओर निकल गये  हमें  कुछ सूझ नहीं रहा था की हम क्या करें मेरे अंदर एक तूफान उठा जा रहा जो देखने मे  बहुत शांत लग रहा था, लेकिन सच कहूं वो धीरे धीरे हमारे चहरे पर उबल कर आ रहा था, उस पल करोड़ो सवाल हमारे दिमाग से हो कर गुजर रहे थे और एक बात जिस पर हमे शत प्रतिशत यकीन था:

की उनके के लिए कोई रिश्ता लुभावना आया होगा

किसी रकीब ने दरवाजा उनका खटकाया होगा

बस इसलिए उन्होंने अपने चेहरे पर नकाब डाला है

और हमारे इश्क़ को चमाटा मारा है


इस सभी कशमकश के साथ हम घर मे जैसे ही घुसे हमें एक expected scene देखने को मिला निधि के पिताजी हमारे घर मे बैठे हुए थे, हम समझ गये


ये खबरी खबर वो लाया है जिसकी खबर हमें पहले से है

हमारे इश्क़ को नीलाम करने आया है हमें खबर पहले से है

हमारे रकीब का पैगाम लाया है हमें खबर पहले से है

जो ये अनजान सा आया है हमें खबर पहले से है


बस हम उनकी बेवफाई को कोस रहे थे की तभी निधि के पिताजी ने हमसे पूछा "और बाबू कैसे हो?" "हम अच्छे हैं अंकल जी, नमस्ते अंकल जी" हमने बिना उनको देखे जवाब दिया और सत्कार कर बढ़ने को थे की तभी हमारे पिताजी बोले "क्या जी  बड़ों का सम्मान करना भूल गए क्या, चलो चरणस्पर्श करो ससुर जी के"

पिताजी की बात सुन हम चौक गए ये क्या कह रहे हैं हमने उनको घूर कर देखा और वो शायद हमारी असमंजसता को समझ गए और उन्होंने ने अपनी चुप्पी तोड़ी और बोले "सब पता है हमको, निधि दूसरे कमरे मे है तुम्हारी मम्मी के साथ"

ये बात हमको सब समझ आ गया और हम तुरंत दूसरे कमरे मे जा कर देखने लगे हमारी माँ निधि से बातें कर रही थी और निधि अपने फोन पर कुछ कर रही थी तभी हमारा फ़ोन पर मैसेज आया

"अच्छे से पूजा किये हो केशरी जी"

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