तुम होती तो और अच्छा होता ना
तुम होती तो और अच्छा होता ना
हम तुम साथ होते तो अच्छा होता ना
तुम कुछ कहती और मैं बस तुमको देखता
सोचो वो माहौल बनता तो अच्छा होता ना
तुम होती तो और अच्छा होता ना
अरे कितनी दफा बोला है तुमको
बिना तुम्हारे लगता नहीं मन
साँस तो ले रहें हैं लेकिन ज़िंदा नहीं हम
मेरे इन चलते कदमों में साथ तुम्हारा सच्चा होता ना
तुम होती तो और अच्छा होता ना
मै एक पंक्ति कहता, तुम एक नुक्ता जोड़ती
मै एक कविता लिखता तुम एक शायरी कहती
मुशायरा हम तुम ही सजा देते
कितना सुन्दर होता ना
तुम होती तो और अच्छा होता ना
अरे श्याम मैं सुन्दर तुम होती
अरे हिंदी मैं व्याकरण तुम होती
वक्ता तुम श्रोता मैं होता ना
तुम होती तो और अच्छा होता ना
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